Monday 25 March 2019

जखन छात्र कलाम क किताब बंधक राखल गेलनि / डाo नित्यानन्द लाल दास क डायरी सं

डाo नित्यानन्दक डायरी सं 
डाo नित्यानन्द लाल दास, भूo पूo विश्वविद्यालय प्राचार्य एवं अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग, फारबि्‍सगंज कॉलेज 

पूर्व राष्ट्रपति  डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के अप्पन पिता के संग चित्र देखबैत नित्यानंद लाल दासक पुत्री और दमाद 
डाo ए पी जे अब्दुल कलाम 1954-57 में चेन्नई क मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढैत छलाह l घटना प्रायः दिसंबर 1955 के होयत l ताहि दिने ओ द्वितीय वर्ष क छात्र छलाह l छुट्टी में हुनक सब सहपाठी गण गाम चल गेल छलाह l ओ आगामी परीक्षा क लेल एवं विषयक नीक तैयारी क लेल छात्रावासे में रहि गेल छलाह l ओहि काल हुनका बहनोई अहमद ज़माल सं एकटा ट्रंक कॉल भेटलनि l रामेश्वरम में भयंकर चक्रवात सं तबाही मचल छल आ हुनक माता पिता हुनका सं शीघ्रे भेंट मंगने छलखिन्ह l ओ तत्काले रामेश्वरम जाय अपन माता पिता आ घर द्वार के देखबाक लेल व्यग्र भ गेलाह l

महीना क अंत छल आ हाथ एकदम खाली छलनि l घर सं टाका मंगयबाक समय सेहो नहिं छलनि l ओ सोच में पड़ि गेलाह 'जे कोन उपाय करी जे यात्रा क पैसा क जोगाड़ होए' l ओहि काल में हुनका लग एके गोट संपत्ति उपलब्ध छलनि  l ओ छल एम आई टी क गोवर्निंग काउन्सिल क चेयरमैन डाo लक्ष्मण स्वामी मुद्दालियार द्वारा हुनका द्वितीय वर्ष में एयरोडायनामिक्स विषय में उत्कृष्ट अंक क लेल पुरस्कार स्वरुप प्राप्त पुस्तक l टीमोंशेंको ओ गुडियर द्वारा लिखित 'दी थीयोरी ऑफ इलास्टिसिटी' क मूल्य ताहि दिने 400 टाका छल l जे पोथी हुनका पुरस्कार स्वरूप भेंटल छलनि तकरा बिक्री करबाक निर्णय बड्ड कठिन छलनि l मुदा गाम जयबाक लेल हुनका कम स कम साठि टाका क नितांत आवश्यकता छलनि l ओ इलेक्ट्रिक ट्रेन पकड़ि क्रोमपेट स मूर मार्केट गेलाह जे सेंट्रल स्टेशन क निकट छल l ताहि दिने मूर मार्केट एहन जगह छल जतय नव पुरान किताब मोनासिब दाम पर कीनल जा सकैत छल l पूर्व में ओ 'लाइट फ्रॉम मेनी लैम्पस' मात्र बीस टाका में कीनने छलाह जे हुनक जीवन क मार्गदर्शक बनल छल l जाहि ग्रंथालय स ओ किताब कीनने छलाह ओकर मालिक संस्कारी ब्राह्मण छल l ओ ओकरा लग गेलाह आ अपन समस्या स अवगत करौलनि l ओ पोथी देखयबाक आग्रह क संग जिज्ञासा कयलनि जे हुनका कतबा टाका क खगता छनि l ओ कहलैनि जे हुनका गाम जयबाक लेल कम स कम साठि टाका चाही यद्यपि हुनका भेलनि जे ओ कम सेहो द सकैत छथि l 

ओ पोथी देखलनि, खोललनि आ पहिल पृष्ठ पढ़िक' ई जनलनि जे ओ हुनका  तात्कालीन मद्रास विश्वविद्यालय क कुलपति प्रोo लक्ष्मण स्वामी मुद्दालियार द्वारा प्राप्त प्रथम पुरस्कार छल l ओ तत्क्षण कहलनि जे ओ पोथी नहिं कीनि सकैत छथि, कलाम व्याकुल भ गेलाह जे हुनका टाका नहिं भेटि सकतैनि l मुदा ओ कहलैनि जे ई पोथी प्रोo लक्ष्मण स्वामी मुद्दालियार द्वारा प्रदत्त अछि तंय आहाँ के साठि टाका भेटि जायत l आ ओ ता धरि पोथी के जोगा क रखताह जा धरि ओ वापस आबि साठि टाका घुरता नहिं करताह l ओ प्रसन्न छलाह जे एकटा नीक लोक मोस्किल काल में हुनका मदति क' रहल छथिन आ ओ हुनक पोथी पढ़बाक रूचि के बुझेत छथि l

कलाम टाका लय रामेश्वरम पंहुचलाह l प्राकृतिक विनाश लीला देखलनि मुदा हुनक मोन त पोथी वापस लेबा पर टांगल रहलनि l रामेश्वरम सं घुरला उत्तर ओ मूर मार्केट गेलाह टाका घुराय ओहि सज्जन विक्रेता सं करारक मोताबिक पोथी वापस लेलनि l 

ओकर बाद हुनका ओहि तरहक प्रसन्नता भेटलनि जाहि तरहक प्रसन्नता कोनो माय के किछु काल क पश्चात् अपन हेरायल नेना के भेटलाक बाद भेटैत छैक l पोथी सदिखन ज्ञान दैत छैक मुदा कौखन आपातकाल में ओ संपत्तियो बनि जायत अछि l
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प्रस्तुति- रवि कुमार
प्रतिक्रिया ईमेल सँ देल जाओ- editorbejodindia@yahoo.com

डॉ. नित्यानंद लाल दास

नित्यानंद लाल दास अप्पन पत्नी, पुत्री आ दमाद के संग
रवि कुमार 







3 comments:

  1. एहन जनतब के लेल हार्दिक आभार व्यक्त के रहल छी।हमर सौभाग्य जे हम अपन कार्यक्रम मे संग मंच पर रहि।अद्भुत आनंद भेल ई पढ़ी क।Dr Kalam हमर आदर्स छथि।हुनकर ई पक्ष जानि मोन मे एकटा आंतरिक अनुभूति भेल।धन्यवाद।

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  2. बहुत बढ़िया आलेख,दुनु महान आत्मा के सादर नमन

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  3. वाह,बहुत नीक प्रस्तुति.

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