Tuesday 12 December 2017

भास्करानन्द झा भास्करक मैथिली कविता - खरका बसंत

खरका- बसंत 
 मैथिली कविता- भास्करानन्द झा भास्कर


हमर गमकैत गाम
आ एकर स्थिति भौगोलिक
बड्ड विचित्र अछि

चारि जिलाक मध्य 

सींचल युग्मित गाम हमर
खींचल प्रकृतिक
सुन्नर रेखाचित्र अछि

---अहां कत' सं छी?
नहिं द' पबैत छी
एहि प्रश्नक उत्तर सटीक
कारण --
जिला अछि दरभंगा,
एक डेग पाछू
त' जिला सीतामढी
दु डेग़ आगू
त' मुजफ़्फ़रपुर
आ 
संसदीय क्षेत्र मधुबनी!
मुदा 
जनम धरती हमर 
बड्ड पावन पवित्र अछि 
दुश्मनो हमर मित्र अछि

श्यामा-चामुंडा-उच्चैठ-पुनौरा 
हमर शक्ति- चतुर्भुज 
ज्ञान -विज्ञान-शास्त्रक 
शास्वत अस्त्र शस्त्र अछि 
सुसंस्कृत हमर चरित्र अछि

चारि जिलाक मध्य 
सींचल नाम खरका- बसंत 
खींचल प्रकृतिक
सुन्नर रेखाचित्र अछि...

.....
कवि -भास्कर झा
कविक वेबसाइट- https://bhaskaranand-jha.blogspot.com/
प्रतिक्रियाक लेल ईमेल - hemantdas_2001@yahoo.com

1 comment:

  1. नीकअछि अहाॅक खरक बसंत ,कविताक माध्यम स बताओल अपन गामक नाम ।

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