रमेश्वर चरित रामायण आओर मैथिली मे अन्य अनेक धार्मिक पुस्तक रचना कयलन्हि
महाकवि पंडित लाल दास जयंती पूर्वनिर्धारित समय पर दिनांक 3/11/2019 केँ लाल दास उच्च विद्यालय खड़ौआ'क प्रांगण मे मनावोल गेल।
मिथिलांगन मे पँडित चूड़ामणि लाल दासजीक जन्म मधुबनीक खड़ौआ गामक सुप्रसिद्ध परिवार मे फाल्गुण कृष्ण तृतीया रवि सन् 1856ई मे भेल छल। ई लालदास क नामे प्रसिद्ध भेलाह। हिनक पिता बचकन दासजी भक्त, धर्मात्मा छलाह।माता पिता साहित्यिक लोक छलाह। बालक चूड़ामणि दरवज्जे पर मौलवी सँ पढैत छलाह।
मिथिलांगन मे पँडित चूड़ामणि लाल दासजीक जन्म मधुबनीक खड़ौआ गामक सुप्रसिद्ध परिवार मे फाल्गुण कृष्ण तृतीया रवि सन् 1856ई मे भेल छल। ई लालदास क नामे प्रसिद्ध भेलाह। हिनक पिता बचकन दासजी भक्त, धर्मात्मा छलाह।माता पिता साहित्यिक लोक छलाह। बालक चूड़ामणि दरवज्जे पर मौलवी सँ पढैत छलाह।
कालाँतरमे दरभंगाक महाराज, महाराज रमेश्वर सिह भेलाह। हुनके सानिध्य मे हिनका बहुत रास तीर्थ जेबाक आ पुस्तकालयक पोथीक अध्ययन करबाक अवसर प्राप्त भेलनि। अठारह गोट ग्रंथक रचना कयलनि जाहिमे
मिथिला भाषा रमेश्वर चरित रामायण, सावित्री सत्यवान नाटक, स्त्री धर्म शिक्षा, हरितालिका व्रत कथा, सोमवारी कथा बहुत प्रसिद्ध अछि।
अखनधरि पाँचगोट ग्रँथ अप्रकाशित अछि। महाराज रमेश्वर सिह हिनक ज्ञानसँ प्रभावित छलाह ,हिनका धौत सम्मान प्रदान कयने छलाह आ कायस्थर्षि कहि सम्बोधित करैत छलाह।
काव्यकलाक सँग सँग लेखन कलामे कविवर केँ वेश विलक्षणता प्राप्त छलनि। तिरहुताक सँग देवनागरी लिपि
लिखबाक विलक्षण पँक्ति आकटगर वर्ण विन्यास क अवलोकन करैत छलाह।
देवचित्रक निर्माण अति सुन्दर कयलनि। कविवरक अँतिम रचना श्रीमद्भगवद्गीताक मैथिली पद्मानुवाद छलैन्ह।
मिथिला क अमर कथाकार, महाकवि लालदास अग्रहण तृतीया रवि, सन 1928, 65 वर्षक अवस्था मे चिरनिद्रा मे विलीन भ गेलाह।
पँडित लाल दास +2, उच्च विद्यालय मे दस वर्ष सँ समस्त परिवारगण एवम् ग्रामीण मिलि पँडित लालदास जयँती सह स्मृति समारोह उत्सव मनबैत छथि। स्मारिकाक प्रकाशन होयत अछि। विशिष्ट विद्वान सबसँ हुनक कीर्ति सुनल जायत अछि। कवि गोष्ठी क आयोजन, मेधावी बालक ,बालिका के पँडित लालदास मेधा सम्मान सँ सम्मानित कयल जाए छन्हि।
नृत्य संध्याक आयोजन होयत अछि। हमर कथा सँग्रह# गँगा स्नान'क विमोचन एहि शुभ अवसर पर भेल छल 2012 मे। दू वर्ष सँ विशिष्ट अतिथिक रूपमे कार्यक्रम मे सम्मानित एवम् सम्मिलित होयबाक अवसर भेटल अछि। ओहि महामनीषीक वँशवृक्षक पाँचम पीढीमे हम छी ई हमर सौभाग्य।
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आलेख - चंदना दत्त
लेखिका का ईमेल - duttchandana01@gmail.com
लेखिका का ईमेल - duttchandana01@gmail.com
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल - editorbejodindia@yahoo.com
नीक आयोजन क सुन्दर वर्णन कयल अपने।साधुवाद।
ReplyDeleteलेखिका केँ धन्यवाद छैक जे ओ अपन नीक रपट उपलब्ध करौलन्हि.
Deleteनीक आयोजनक सुंदर वर्णनक लेल साधुवाद अपनेक
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